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Saturday, March 23, 2019

23 March

Art by - Ajit Pandit, Teacher (Fine Art), Sampato Devi Project Girls Inter School, GOHI, Warisnagar, Samastipur


तीन युवा परिंदे उड़े तो आसमान रो पड़ा...
वो हंस रहे थे मगर, हिन्दुस्तान रो पड़ा...

जिए तो खूब जिए और मरे तो खूब मरे,
महाविदाई पर सतलुज का श्मशान रो पड़ा...

गर्दनों के गुलाबों ने किया माँ का अभिषेक,
ओज भरी कुर्बानी पर सारा जहान रो पड़ा...

इंसानों को तो रोना ही था बहुत मगर,
बड़े भाइयों के थमने पर तूफ़ान रो पड़ा...

भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरु दिलों में हैं,
२३ मार्च को अखिल भारत महान रो पड़ा...

     💐🙏🏻   शहीदों को नमन 🙏🏻 💐

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