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Wednesday, September 28, 2016
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Monday, September 26, 2016
Saturday, September 24, 2016
Difference between old and new pension scheme
हमारे बहुत से साथी नयी पेंशन योजना व पुरानी पेंशन योजना में अन्तर नहीं जानते, इसका अन्तर स्पष्ट करने की कोशिश करते हैं -
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तो आइए देखते हैं दोनो में अन्तर -
1-पुरानी पेंशन पाने वालों के लिए जी0 पी0 एफ0 सुविधा उपलब्ध है जबकि नयी पेंशन योजना में जी0 पी 0एफ0 नहीं है ।
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2-पुरानी पेंशन के लिए वेतन से कोई कटौती नहीं होती है जबकि नयी पेंशन योजना में वेतन से प्रति माह 10%की कटौती निर्धारित है ।
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3-पुरानी पेंशन योजना में रिटायरमेन्ट के समय एक निश्चित पेंशन( अन्तिम वेतन का 50%) की गारेण्टी है जबकि नयी पेंशन योजना में पेंशन कितनी मिलेगी यह निश्चित नहीं है यह पूरी तरह शेयर मार्केट व बीमा कम्पनी पर निर्भर है ।
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4-पुरानी पेंशन सरकार देती है जबकि नयी पेंशन बीमा कम्पनी देगी । यदि कोई समस्या आती है तो हमे सरकार से नहीं बल्कि बीमा कम्पनी से लडना पडेगा ।
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5-पुरानी पेंशन पाने वालों के लिए रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी( अन्तिम वेतन के अनुसार 16.5माह का वेतन) मिलता है जबकि नयी पेंशन वालों के लिये ग्रेच्युटी की कोई व्यवस्था नहीं है ।
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6-पुरानी पेंशन वालों को सेवाकाल में मृत्यु पर डेथ ग्रेच्युटी मिलती है जो 7पे कमीशन ने 10लाख से बढाकर 20लाख कर दिया है जबकि नयी पेंशन वालों के लिए डेथ ग्रेच्युटी की सुविधा समाप्त कर दी गयी है ।
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7-पुरानी पेंशन में आने वाले लोंगों को सेवाकाल में मृत्यु होने पर उनके परिवार को पारिवारिक पेंशन मिलती है जबकि नयी पेंशन योजना में पारिवारिक पेंशन को समाप्त कर दिया गया है ।
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8-पुरानी पेंशन पाने वालों को हर छ: माह बाद महँगाई तथा वेतन आयोगों का लाभ भी मिलता है जबकि नयीपेंशन में फिक्स पेंशन मिलेगी महँगाई या वेतन आयोग का लाभ नहीं मिलेगा यह हमारे समझ से सबसे बडी हानि है ।
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9-पुरानी पेंशन योजना वालों के लिए जी0 पी0 एफ0 से आसानी से लोन लेने की सुविधा है जबकि नयी पेंशन योजना में लोन की कोई सुविधा नही है( विशेष परिस्थिति में कठिन प्रक्रिया है केवल तीन बार वह भी रिफण्डेबल) ।
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11-पुरानी पेंशन योजना में जी0 पी0 एफ0 निकासी( रिटायरमेंट के समय) पर कोई आयकर नहीं देना पडता है जबकि नयी पेंशन योजना में जब रिटायरमेंट पर जो जो अंशदान का 60%वापस मिलेगा उसपर आयकर लगेगा ��������������
12-जी 0पी0एफ0पर ब्याज दर निश्चित है जबकि एन0 पी0 एस0 पूरी तरह शेयर पर आधारित है ।
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�� साथियों आशा है आप इस अन्तर को समझेगें और अपने भले -बुरे का विचार जरूर करेगें ।
सभी बंधुओं से आग्रह है कि
मन की बात" में (NPS)नवीन पेंशन योजना की जगह पुरानी पेंशन योजना लागु करवाने के लिए टोल फ्री नम्बर 1800 11 7800 पर सभी साथी अपनी बात दर्ज करवाने की कृपा करें ।
+2 teacher sangathan, Dalsinghsarai
आज दिनांक 24 .9.2016 को राज्यस्तरीय स्नातकोत्तर (+2)शिक्षक संगठन, समस्तीपुर की बैठक दलसिंघ सराय के सिद्धी विनायक होटल मेँ हुई । जिसमें उपस्थित सभी शिक्षक एवम् शिक्षिका बहनों के द्वारा सर्वसम्मति से अनुमंडल इकाई का गठन किया गया
Friday, September 23, 2016
Thursday, September 22, 2016
62 में रिटायर होंगे नियमित शिक्षक
by Prabhat Khabar | Publish Date: 9/23/2016 7:03:51 AM | Updated Date: Sep 23 2016 7:03AM
पटना : राज्य के प्रारंभिक व हाइ-प्लस टू स्कूलों में कार्यरत वेतनमानवाले पुराने शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की उम्र राज्य सरकार दो साल बढ़ाने जा रही है. वे 60 की जगह 62 साल की उम्र में रिटायर होंगे. शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर सहमति के लिए वित्त विभाग के पास भेज दिया है. वित्त विभाग से सहमति मिलने के बाद इस पर कैबिनेेट की मंजूरी ली जायेगी. इसके बाद इसे लागू कर दिया जायेगा. राज्य के प्रारंभिक स्कूलों (क्लास एक से आठ) में पुराने वेतनमानवाले करीब 76 हजार शिक्षक हैं. इनमें से सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 31 हजार शिक्षकों की नियुक्ति 2012 में हुई थी, जबकि 45 हजार ऐसे शिक्षक पहले से कार्यरत हैं. वहीं, हाइ व प्लस टू स्कूलों में पुराने वेतनमान वाले शिक्षकों की संख्या करीब 14 हजार है.
प्रारंभिक, हाइ व प्लस टू स्कूलों से पुराने वेतनमान वाले शिक्षकों के रिटायर होने से पुराने और अनुभववाले शिक्षकों की कमी स्कूलों में होने लगी है. हालांकि, इन स्कूलों में 34,540 कोटि के शिक्षकों और करीब 3.57 नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है. शिक्षा विभाग के सूत्रों की मानें, तो सरकार सूबे में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना चाहती है. ऐसे में जब अनुभववाले शिक्षक रहेंगे, तो गुणवत्ता पाने सहूलियत होगी. अगले साल तक एक तिहाइ से ज्यादा शिक्षकों के रिटायर होने का अनुमान विभाग लगा रहा है. ऐसे में सरकार की गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने की योजना में ब्रेक लग सकता है. इसलिए शिक्षा विभाग ने यह तय किया है कि पुराने वेतनमान वाले जितने भी शिक्षक हैं, उनके सेवानिवृत्ति की उम्र दो साल बढ़ायी जाये. हालांकि, शिक्षा विभाग ने फिलहाल यह तय नहीं किया है कि इनमें 2012 में बहाल 34,540 कोटि के शिक्षकों को शामिल किया जायेगा या नहीं.
*कई वर्षों से उठती रही है मांग*
राज्य में पुराने वेतनमान वाले शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाने की कई सालों से मांग उठती रही है. बिहार माध्यमिक शिक्षक के अध्यक्ष शत्रुघ्न प्रसाद सिंह व महासचिव सह विधान पार्षद केदारनाथ पांडेय समेत प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष ब्रजनंदन शर्मा व महासचिव महेंद्र शाही लगातार सरकार से यूपी के तर्ज पर बिहार के पुराने वेतनमानवाले शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की उम्र 62 साल करने की मांग करते रहे हैं.