[01.04.2017,Kriyashil bihar] *Siddharth Shankar*
🔴🔵🔴🔵🔴🔵🔴🔵🔴🔵
*सम्मानित साथियों,*
🙏�🙏�🙏�
कल दिनांक 31.03.17 को बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में *बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष-सह-विधान पार्षद श्री केदारनाथ पांडेय एवं महासचिव-सह-पूर्व सांसद माननीय श्री शत्रुघ्न प्र.सिंह* ने संयुक्त बयान में कहा कि सरकार और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की शिक्षक विरोधी नीति के खिलाफ राज्यव्यापी शिक्षा सत्याग्रह 1अप्रैल'17 से सूबे बिहार के सभी मूल्यांकन केंद्रों पर आयोजित किया जाएगा। *राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सत्याग्रह के 100वें साल "सबकी शिक्षा एक समान,सबका वेतन एक समान"* की मांग पर जोर डालने के लिए 15 अप्रैल से चंपारण में शिक्षा श्रृंखला के जन अभियान का आगाज होगा। इसके बाद पूरे राज्य में गांव गांव, गली गली हर घर शिक्षा श्रृंखला में शामिल शिक्षक एवं छात्र दस्तक देंगे और मांगों के समर्थन में उनका हस्ताक्षर प्राप्त करेंगे। *इस जन अभियान में छात्रों,अभिभावकों पंचायत से लेकर संसद जनप्रतिनिधियों किसान,मजदूर एवं जनसंगठनों का एक करोड़ हस्ताक्षर प्राप्त कर महामहिम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री* को सौंपेंगे । ज्ञात हो कि बिहार सरकार *समान विद्यालय आयोग* की सिफारिशें को भी लागू कर ने में विफल रही है बिहार सरकार बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के साथ वर्ष 2015 में लिखित सेवाशर्त संबंधी फैसले का तीन साल बीत जाने के बावजूद लागू नहीं कर सकी है । *माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 26 अक्टूबर 2016 को समान काम समान वेतन* को लागू करने का ऐतिहासिक निर्णय दिया है परंतु सरकार उच्च न्यायालय में इस ऐतिहासिक निर्णय को टाल मटोल में लगी है। उन्होंने कहा की जब तक *समान काम के लिए समान वेतन,सेवाशर्त* आदि मांगों के समर्थन संबंधी सम्मानजनक समझौते नहीं होता है तब तक सभी सरकारी कार्य परीक्षा,मूल्यांकन में बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ का असहयोग जारी रहेगा। उन्होंने सूबे बिहार के प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों से अनुरोध किया है कि *विद्यालयों में पढ़ाई और सड़कों पर लड़ाई* को शांतिपूर्ण अनुशासनबद्ध होकर जारी रखेंगे। आओ हम सब अपनी ऊर्जा को पूरी निष्ठा के साथ *माननीय अध्यक्ष एवं महासचिव के संयुक्क्त आदेश* का अक्षरशः पालन करने में सहयोग करें।
*आवाज दो,हम एक हैं,*
*BSTA जिंदाबाद,*
*शिक्षक एकता जिंदाबाद।*
*क्रियाशील ग्रुप*
*(समस्तीपुर)*
🔴🔵🔴🔵🔴🔵🔴🔵🔴🔵
No comments:
Post a Comment